दींन की सुध है न दुनिया की खबर है ,
पता नहीं मुझ पर ये किस बात का असर है ,
तिनक धिन धिन मेरा मन डोल रहा है,
देख तेरा जादू मेरे सर चढ़ कर बोल रहा है ,
मन को पंख लगा , मैं तेरे द्वार आया हूँ,
जीत के दिल तुम्हारा, मैं अपना दिल हार आया हूँ,
तेरे ही सुर में मेरा सुर भी बोल रहा है,
देख तेरा जादू मेरे सर चढ़ कर बोल रहा है